damoh today news : मध्यप्रदेश में लाडली बहना योजना (ladli behna yojna mp) की घोषणा के साथ यह दावा किया गया था कि महिलाओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। हितग्राहियों को कहीं जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। शासन और प्रशासन प्रत्येक लाभार्थी के घर तक पहुंचेगा, लेकिन घोषणा के अनुसार ऐसा नहीं हुआ। फॉर्म भरने के समय कई तरह की परेशानियां सामने आ रही हैं। आधार कार्ड अपडेट डीबीटी चालू नहीं होने की वजह से कई महिलाओ के आवेदन रिजेक्ट हो रहे हैं।
दमोह जिले में भी अब तक की स्थिति में में दो लाख 41 हजार 494 आवेदन जमा किए गए हैं। इनमें से 1 लाख 88 हजार 453 महिला हितग्राही ऐसी हैं, जिनके बैंक खाते आधार कार्ड लिंक और डीबीटी प्रक्रिया से गुजर चुके हैं। लेकिन अभी भी 53 हजार 041 ऐसे आवेदन हैं। जिनमें डीबीटी ( dbt link और आधार कार्ड लिंक (aadhhar card link ) दोनों नहीं हो पाए हैं। इन आवेदनों पर 10 मई को मुख्यमंत्री की वीसी में निर्णय होना है। हालांकि संशोधन को लेकर कोई गाइड लाइन जारी नहीं हुई है। जिससे यह आवेदन निरस्त होने की स्थिति में है।
कम्प्यूटर ऑपरेटरों ने की गड़बड़ी :
इन सबके बीच में 4925 से ज्यादा ऐसे आवेदन ऐसे भी हैं। जिनमें ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया के दौरान कंप्यूटर ऑपरेटरों ने जमकर गड़बड़ी की है और इनमें अब सुधार होने की गुंजाइश नहीं है। प्रारंभिक पड़ताल में जो गड़बड़ी सामने आई है। उसमें ऑनलाइन आवेदन फीडिंग के दौरान ऑपरेटरों ने महिला हितग्राही की फोटो मोबाइल से नहीं खींची है। बल्कि फोटो से फोटो खींचकर उसे अपलोड कर दिया है।
किसी और कि अपलोड कर दी फ़ोटो :
ऐसे से 4 हजार से ज्यादा आवेदन हैं। इसी तरह की दूसरी समस्या आवेदन किसी का और फोटो किसी और का खींच कर अपलोड करने की सामने आई है। इसमें भी 500 से ज्यादा आवेदन जांच में मिले हैं। इन सबके बीच तीसरी सबसे बड़ी समस्या चेहरा छिपाने की गड़बड़ी हुई है। कई महिलाओं के चेहरे पर घूंघट डालकर फोटो खींचकर उसे अपलोड किया गया। 350 से ज्यादा ऐसे केस हैं। इसके अलावा कई आवेदन में हितग्राही की फोटो की जगह दीवार या अन्य स्थान की फोटो अपलोड की गई है। ऐसे आवेदनों की संख्या 75 से ज्यादा है। इन सभी आवेदनों में संशोधन को लेकर कोई गाइड लाइन नहीं आई है। जिससे आवेदक का आवेदन निरस्त होने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। ऐसे में यदि संशोधन का अवसर नहीं मिलता है तो 57 हजार 966 आवेदन निरस्त होने की स्थिति में हैं।
अब तो पोर्टल बंद हो गया है। न तो नाम जोड़ा जा सकता है और न ही संशोधन किया जा सकता है। अभी दावे आपत्ति का समय चल रहा है। जांच के बाद आवेदन रिजेक्ट कर दिया जाएगा। – इनका कहना प्रदीप राय, जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग दमोह