दो दिवसीय दिव्यांग शिविर से पूर्व बिना वजह काट दिए गए कई पात्र दिव्यांगों के नाम
दमोह। आज सोमवर 5 जुलाई दोपहर 2:00 बजे कनिष्ठा विकलांग उत्थान समिति एवं समाज कल्याण समिति अध्यक्ष हेमंत रजक एवं विकलांग उत्थान समिति जिला अध्यक्ष जागेश्वर सिंह लोधी की अध्यक्षता में दोनों समिति के पदाधिकारियों ने उपस्थित होकर दमोह जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि 24 नवम्बर 2021 को तहसील ग्राउंड में दिव्यांग परीक्षण शिविर लगाकर दिव्यांगों को उपकरण एवं मोटर्स गाड़ी बैटरी वाली गाड़ी के साथ ही व्हीलचेयर कान मशीन केलीपार्स ट्रायसाइकिल एव अन्य उपकरणों के लिए दिव्यांगों को परीक्षण कर पात्र किया गया था।
इन पात्र चयनित दिव्यांगों को आगामी 6 और 7 जुलाई को मानस भवन दमोह में लगने वाले शिविर में उपकरण वितरण कैंप आयोजन किया जायेगा। परंतु शिविर लगने से पहले ही इन पत्र चयनित दिव्यांगों के नाम काट दिए गए एवं फोन पर कैंप में ना आने की जानकारी दिव्यांगों को दी गई जबकि चयनित 188 से अधिक दिव्यांगों को उपकरण प्रदान किए जाना है। जिसमें बैटरी चलित गाड़ी लगभग 48 दिव्यांगों को दी जानी थी लेकिन इनमें से 25 दिव्यांगों के नाम वितरण से पूर्व ही हटा दिए गए हैं।
बिना कारण बताए नाम काटें के विरोध में आज सामूहिक रूप से सभी दिव्यांग जनों ने वंचित पात्र दिव्यांगों को लेकर कलेक्ट्रेट भवन पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा। डिप्टी कलेक्टर ने प्रभारी उप संचालक अदिति यादव मैडम से बात करके समाधान का आश्वासन दिया। दिव्यांगों की बात सुनने पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया भी जा पहुंचे और दिव्यांगों से समस्या पूछी एवं चयनित दिव्यांगों को लाभ दिलाने की बात कही।
कनिष्ठा विकलांग उत्थान एवं समाज कल्याण समिति जिला अध्यक्ष हेमंत रजक जी ने बताया कि संगठन चयनित पात्र दिव्यांगों को अगर लाभ से वंचित किया जाता है। संगठन के सभी लोग सभी आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे। यहीं नहीं इनमे से एक दिव्यांग देवेंद्र जैन ने पात्र दिव्यांग जनों को लाभ न दिए जाने पर आत्मदाह करने की बात कही एवं जवाबदारी शासन प्रशासन के होनी की बात कही।
विकलांग उत्थान समिति ने भ्रष्टाचार का लगाया आरोप:
विकलांग उत्थान समिति जिला अध्यक्ष जागेश्वर सिंह लोधी ने कहा कि दिव्यांगों के साथ भेदभाव कर उपकरण देना चयनित दिव्यांगों को लाभ ना देना भ्रष्टाचार निमित्त से ऐसा किया जा रहा है जिसका हम लोग पुरजोर विरोध करते हैं। उन्होंने कहा की एलिम्को संस्था के द्वारा दिव्यांगों का 07 माह पूर्व परीक्षण कर दिव्यांगों को पात्र सूची में चयनित किया गया था परंतु आज दिनांक उन लोगों के नाम काट दिए गए हैं जो कि गाड़ी से अपनी जीविका का साधन मानते हैं। पूर्व में दी गई गाड़ियां चार-छः महीने में खराब हो गई थी। ऐसी स्थिति में विभागीय लोगो के द्वारा भेदभाव कर लाभ से वंचित करना निद्नीय मानसिकता है।
दिव्यांगों का आरोप हैं कि नाम हटाने की शिकायत लेकर वे कलेक्ट्रेड पहुंचे तो सामाजिक न्याय विभाग से प्रदीप सोनी ने कहां की आप लोगों के नाम हैं पर तुम्हें गाड़ी नहीं दी जाएगी। जिसको लेकर देवेंद्र जैन और प्रदीप सोनी के बीच बहस हुई जिसमें प्रदीप सोनी ने अपशब्दों का प्रयोग किया और सोनी द्वारा कहा गया की मुझे कोई जानकारी नहीं है आप विकास श्रीवास्तव बाबू से पूछें। ज्ञापन देने वालों में हेमंत रजक जागेश्वर लोधी जी नरेश पटेल देवेंद्र जैन महेंद्र कोरी नाथूराम सेन हेमराजअहिरवार शोभाराम अहिरवार मुकेश अहीरवाल श्याम लोधी हरवंश पटेल हकम्म सिंह गुड्डू रजक लक्ष्मण रजक आदि दिव्यांग उपस्थित रहे।