MP उपचुनावों के लिए कांग्रेस की तैयारी शुरू, कमलनाथ ने की “दमोह का इतिहास” दोहराने की अपील

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भोपाल। मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने विधानसभा की तीन और लोकसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनावों की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। गुरुवार को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में इसी को लेकर हुई मीटिंग में उपचुनावों के लिए रणनीति पर चर्चा हुई। पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) ने मीटिंग में पार्टीजनों से एकजुट होने की अपील की। 

कमलनाथ ने दमोह उपचुनाव का इतिहास दोहराने की अपील करते हुए कहा कि इन उपचुनावों का सरकार बनाने से कोई संबंध नहीं है, लेकिन प्रदेश में दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव (MP Assembly Polls 2023) के लिए संदेश है।

मीटिंग में पार्टी के मध्य प्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक (Congress Leader Mukul Wasnik) भी शामिल हुए। माटिंग को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि जिस प्रकार दमोह उपचुनाव में कांग्रेस ने अच्छे अंतर से जीत हासिल की थी, उसी तरह इन उपचुनाव में भी भारी अंतर से जीत हासिल करनी है। दो साल बाद मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं। इन चार उपचुनावों के नतीजे मुख्य चुनावों के लिए एक संदेश देंगे।

कमलनाथ ने कहा, ‘‘मैं शुरू से यही कर रहा हूं कि हमारी लड़ाई भाजपा से नहीं बल्कि उसके संगठन से है और जिस तरह से संभाग और बूथ स्तर तक के कांग्रेसियों ने दमोह उपचुनाव लड़ा। उसका नतीजा उनकी और पार्टी संगठन की जीत है।

​कांग्रेस ने इन उपचुनावों के लिए अपनी तैयारियों और रणनीति तय करने के लिए आज यह बैठक बुलाई और इन क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं और मुख्य नेताओं की राय लेने के बाद पार्टी उम्मीदवारों का निर्णय लिया जाएगा।

​कमलनाथ ने जोर देकर कहा कि जो भी जीतने वाला उम्मीदवार होगा उसे पार्टी का टिकट मिलेगा। उन्होंने कांग्रेसियों से पूरी ताकत और एकता के साथ अपनी जीत सुनिश्चित करने का आग्रह किया और कहा, ‘‘हमें इन उप चुनावों में दमोह के इतिहास को दोहराना होगा।’’

​सभा को संबोधित करते हुए वासनिक ने भी आगामी उपचुनावों को दमोह की तरह एकजुट होकर लड़ने पर जोर दिया। ​उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लोगों को बताना होगा कि किस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार उन्हें दबा रही है।

वासनिक ने कहा कि इसके साथ ही लोगों को पेगासस जासूसी मामले में भी जागरूक करें कि सरकार क्यों इसकी जांच के लिए तैयार नहीं हो रही है? इसके साथ ही कथित तौर पर किसानों का जीवन बर्बाद करने वाले तीन कृषि कानून, बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी के मुद्दे भी जनता के सामने रखे जाएं।

​इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। ​मध्यप्रदेश में खंडवा लोकसभा सीट तथा पृथ्वीपुर, जोबर व रैगांव विधानसभा सीटों पर मौजूदा सदस्यों की मौत के कारण उपचुनाव प्रस्तावित हैं।

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