![]() |
फ़ाइल फोटो |
हटा। दमोह-पन्ना road लुहारी के समीप एक किसान में करीब सात एकड़ खेत में लगी सब्जी खराब हो गई है। खेत में लगे भटा का रंग हरे से पीला हो गया है, और टमाटर लाल होकर सड़कर नीचे गिरकर खराब हो रहा है। खेत पर 22 मार्च से मजदूर नहीं पहुंच रहे। गुरुवार को ही मजदूरों की व्यवस्था की गई। जिस पर टमाटर की तुड़ाई शुरू कर दी है। लुहारी के सात एकड़ के किसान मुस्तकीम खान ने पारंपरिक खेती छोड़ तीन साल पहले सब्जी की खेती बड़े पैमाने पर शुरू की थी।
यह खेती उसके लाभ के धंधे में तब्दील हो चुकी थी। 22 मार्च से लॉकडाउन के कारण उसके खेत पर कोई भी मजदूर नहीं आ रहा था। जिससे टमाटर, भटा पेड़ पर लगे-लगे सूख गए,गिरकर खराब हो चुके हैं। किसान मुस्तकीम बताते हैं कि उनके खेत पर 10 मजदूर स्थायी तौर पर लगे हुए हैं।
यह भी पढ़ें : दमोह में लॉक डाउन का दिखा असर सड़कें गलियां ,चौराहे दिखे सूनसान
वह लगभग 8 से 10 हजार की सब्जी प्रतिदिन दमोह सब्जी मंडी में ले जाकर बेच रहे थे।लगभग आठ से दस हजार रुपए की सब्जी प्रतिदिन दमोह मंडी में ले जाकर बेचते थे। लगभग सात एकड जमीन में सिर्फ सब्जी की ही खेती करते हैं। जिसमें प्रतिदिन 100 कैरेट टमाटर, 15 बोरा भटा, एक एक बोरा धना व मिर्च निकलती है।
फ़ाइल फोटो |
खेत पर पहुंची मजदूर माया लोधी, गोरा लोधी, मालती, हल्की बहू, गुड्डो, सल्ली, ममता, विमल, गंगा बाई पटेल ने बताया कि खतरा बढ़ा है। इसलिए घरों पर ही थे, लेकिन अब दूर-दूर रहते हुए काम करने आ गए हैं, जिससे मजदूरी का नुकसान न उठाना पड़े। फार्म हाउस के मैनेजर बाबू पटेल का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान करीब चार लाख रुपए का नुकसान हो चुका है आगे क्या होगा इसका कोई पता नहीं।
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें।और हमें Google समाचार पर फॉलो करें।