MP NEWS : Bageshwar Dham mein Ghar Wapasi सागर ज़िले के बहेरिया में बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा चल रही थी. 30 अप्रैल को कथा का समापन था। इस दौरान मंच पर 50 से अधिक परिवारों ने ईसाई धर्म छोड़कर दोबारा हिंदू धर्म अपनाया इन परिवारों ने कहा कि वे लालच में आकर अपना धर्म परिवर्तन कर बैठे थे।
लोगों ने कहा कि जब हमने धर्म परिवर्तन कर लिया तो हमसे कहा गया कि अब हमारी औरतें मंगलसूत्र नहीं पहनेंगी, बिंदी भी नहीं लगाएंगी. लेकिन अब हम अपने धर्म में वापस आ गए हैं. अब नहीं भटकेंगे. हमारा असली धर्म सनातन धर्म है. कुछ लोगों ने यह भी बताया कि उन्हें बच्चों को पैसा देने और पढ़ाई का लालच दिया गया. उनसे कहा गया कि अगर वे ईसाई बनत हैं तो उन्हें सारी सुविधाएं मिलेंगी।
इस मौके पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि हमें जातिवाद में नहीं पड़ना है. आज से घर वापसी कर रहे लोग हमारा ही परिवार हैं. उन्होंने कथा सुन रहे लोगों से कहा कि इन घर लौटे परिवारों को आप सभी भी अपना मानें. अगर हम आज नहीं जागे, तो लोग हमें खंड-खंड करते रहेंगे. मेरा संकल्प है कि मैं हिंदुओं को खंड-खंड नहीं होने दूंगा. मैं घर वापसी का अभियान लगातार चलाता रहूंगा।
लोगों ने कहा कि हमने यहां राम कथा सुनी तो हमसे रहा नहीं गया. हमें अपने धर्म में वापस आना था. हमारी आत्मा जाग गई. अब हम जब तक जिएंगे सनातनी ही रहेंगे. अब हम कहीं और नहीं जाएंगे. गौरतलब है कि बागेश्वर धाम प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने इससे पहले छतरपुर और ओडिशा सहित कई जगहों पर सैकड़ों लोगों की घर वापसी करा चुके हैं।
वे अपने मंच से लगातार हिन्दू धर्म के संरक्षण और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाये जाने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहरा भी रहे हैं। वही इसी बीच पंडित धीरेन्द्र शास्त्री के कथा, प्रवचन से प्रभावित होकर बड़े पैमाने पर उनके श्रद्धालुओं ने घर वापसी यानी की अपना धर्म परिवर्तन किया हैं।