दमोह में नाबालिग छात्र ने रची अपने ही अपहरण की झूठी कहानी, पुलिस ने किया मामले खुलासा तो उड़ गए होश।

Damoh Today News : दमोह जिले के हटा में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां एक 11वीं के शातिर छात्र ने अपने मां-बाप से रुपए ऐंठने के लिए अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रच डाली। हालांकि पिता ने खौफ में आकर हटा पुलिस से इस मामले की शिकायत कर दी। जब पुलिस ने साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की तो कोई सुराग हाथ नही लगा। फिर खुद छात्र ने ही थाना बाण गंगा इंदौर में पहुंच गया और पुलिस टीम हटा को फोन कर थाने पहुंचने की सूचना दे दी।

वही, हटा SDOP बीरेंद्र बहादुर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हटा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम कलुआ कला के रहने वाले सौरभ पटेल पिता वृन्दावन पटेल उम्र 18 वर्ष जो 11 वी कक्षा का छात्र है। सौरभ के ऊपर उसके दोस्तों का कर्ज था, जिसे चुकाने के लिए उसे रुपयों की सक्त जरूरत थी। और माँ बाप से रुपए लेने के लिए उसने अपने ही अपहरण की झूठी साजिश रच डाली।

लेकिन जब वह सफल नहीं हो सका तो स्वयं पुलिस थाने पहुंच गया। पुलिस की पूछताछ में उसने सारा माजरा बता दिया। पिछले सप्ताह सोमवार को एक पीडि़त पिता ने हटा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई कि मेरा नाबालिग बेटा गुम हो गया है। रिपोर्टकर्ता ने बताया कि वह रविवार को गांव के लड़के के साथ हटा सामान खरीदने की कहकर आया था, जो खचना तिराहा पर रुक गया और उस लड़के को गांव भेज दिया। जब वह घर नहीं आया, तो उसकी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला, मोबाइल भी बंद आ रहा है।

इधर बालक के गुम होने के एक दो दिन बाद मामला अपहरण का होना सामने आने लगा था, लेकिन जब पुलिस ने बालक को तलाश किया और पूछताछ की। तो वहीं, बालक के गुम होने के अगले दिन दोस्त के व्हाटसएप से नाबालिग के मामा के मोबाइल पर मैसेज आना शुरू हुए, जिसमें लापता युवक का छतरपुर में होना बताया गया। जब परिजन छतरपुर पहुंचे, तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद नाबालिग के मोबाइल से परिजनों को किसी अज्ञात के द्वारा फोन किया गया और यह कहा गया कि लापता बालक इंदौर में है और चोटिल अवस्था है, साथ ही फोन करने वाले ने पैसा भेजने की बात कही। परिजनों द्वारा यह जानकारी पुलिस को दी गई।

बाद में जब पुलिस इंदौर पहुंची, तब तक बालक का मोबाइल बंद हो गया था । इसके बाद कहानी ने नया मोड़ लिया और बालक स्वयं बाणगंगा पुलिस थाने पहुंच गया। इसके बाद बाणगंगा थाना पुलिस ने हटा थाना पुलिस से संपर्क किया और थाना पुलिस नाबालिग को वापस हटा लाई। इधर जब नाबालिग बालक से पूछताछ हुई, तो उसके अपहरण की कहानी झूठी निकली। बाद में सामने आया कि नाबालिग ने स्वयं के अपहरण की कहानी अपने परिजनों से पैसा ऐठने के लिए रची थी, क्योंकि वह कुछ लोगों से कर्ज लिए हुए था।

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