दमोह के हिजाब मामले में सामने आया केंद्रीय मंत्री का बयान, बोले- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा होगी कड़ी कार्रवाई।

Damoh hijab case : कर्नाटक के बाद एमपी के दमोह का हिजाब कांड का मुद्दा देशभर में छाया हुआ है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब दमोह सांसद और केंद्रीय राज्य जलशक्ति मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का बयान सामने आया है. दमोह के अल्प प्रवास पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री पटेल ने कहा कि यह घटना शर्मसार करने वाली है और जिस मंशा को लेकर की गई है. उस मंशा की निंदा होनी चाहिए. आपको बता दें कि पटेल ने कहा कि प्रदेश के गृह मंत्री ने इसे संज्ञान में लेते हुए पुनः जांच के आदेश दिए हैं. जिसके प्रति दमोह का सांसद होने के नाते वो आभार व्यक्त करते हैं. वहीं स्कूल प्रबंधन पर जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

चारों तरफ़ से उठ रहीं हैं कार्रवाई की मांग :

दमोह के हिजाब मामले को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने जांच के लिए नए बिंदु निर्धारित करके दमोह कलेक्टर से रिपोर्ट मांगी है. वहीं दमोह की इस घटना पर भोपाल से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. विधायक रामेश्वर शर्मा ने स्कूल के आतंकी संगठन पीएफआई से जुड़े होने की जांच की मांग की है, उन्होंने स्कूल को क्लीन चिट देने वाले कलेक्टर के भी खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

शांति दूत ना बने कलेक्टर रामेश्वर शर्मा:

विधायक रामेश्वर शर्मा ने स्कूल की मान्यता रद्द करने, ओर जिम्मेदार व्यक्तियों को जेल भेजने और राज्य में ऐसे ही स्कूलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह किया है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी को भी हिंदुओं पर दबाव डालने या लड़कियों को हिजाब पहनने के लिए मजबूर करने का अधिकार नहीं है और उन्होंने कार्रवाई नहीं करने के लिए कलेक्टर की आलोचना करते हुए कहा कि कलेक्टर मयंक अग्रवाल को कार्रवाई करने के लिए भेजा गया था न कि शांतिदूत बनने के लिए।

हिंदु संगठनो ने सौंपा ज्ञापन :

उधर,गंगा जमुना स्कूल को लेकर शुरू हुए इस विवाद के बाद दमोह में हिंदूवादी संगठनों ने  बुधवार को  को दमोह कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. जिसमें उन्होंने शिक्षा अधिकारी द्वारा की गई जांच को गलत ठहराते हुए जांच अधिकारियों पर भी आरोप लगाए हैं इसके अलावा लोगों ने स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की है ज्ञापन देने पहुंचे लोगों में शामिल मोंटी रैकवार ने कहा कि हिंदू धर्म की बेटियों को जानबूझकर हिजाब पहनने पर मजबूर किया जा रहा है हिंदुस्तान में इस तरह के खुलेआम हो रहे अपराध है और ऐसे लोगों को सजा जरूर मिलनी चाहिए।

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