MP में तबादले से नाराज IAS का फूटा गुस्सा, कलेक्टर पर लगाए भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, चैट हुआ वायरल
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आईएएस लोकेश जांगिड़ (फ़ोटो साभार: Head Topic) |
चार साल में आठ ट्रांसफर:
दरासल लोकेश जांगिड़ को मध्य प्रदेश शासन ने 20 अप्रैल 2021 को बड़वानी में अपर कलेक्टर बनाया था। इसके बाद फिर 31 मई को उनका तबादला भोपाल राज्य शिक्षा केंद्र में कर दिया गया। वे बड़वानी में मात्र 42 दिन ही अपर कलेक्टर रह पाए। इस संबंध में उन्होंने पिछले दिनों एसोसिएशन के वाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट कर कलेक्टर पर आरोप लगाया कि वे उनकी वजह से भ्रष्टाचार नहीं कर पा रहे थे, इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कान भरकर हटवा दिया था।
जांगिड़ ने उनके परिवार को लेकर भी टिप्पणी की और लिखा कि वे सेवानिवृत्ति के बाद एक किताब लिखेंगे। अभी आचरण नियमों से बंधे हैं। इस पर एसोसिएशन अध्यक्ष आइसीपी केशरी ने पोस्ट हटाने के लिए कहा। जब जांगिड़ ने पोस्ट नहीं हटाई तो उन्हें ग्रुप से ही हटा दिया गया।
बता दें कि अभी जांगिड़ 2016 से फील्ड ड्यूटी पर हैं और 4 सालों में उनका 8 बार तबादला हो चुका है. यानि औसतन 6 महीने में उनका एक बार तबादला हुआ है। वो रेवेन्यू डिपार्टमेंट में अवर सचिव, नगरीय प्रशासन विभाग में उपसचिव, एडीएम गुना, सीईओ हरदा, अपर मिशन संचालक राज्य शिक्षा केंद्र के पदों पर रहने के बाद अपर कलेक्टर बड़वानी बनाए गए थे।
सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिस देकर जवाब मांगा:
बुधवार की शाम 35 वर्षीय अधिकारी को सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिस जारी किया है। इनके खिलाफ आरोप है कि तबादले को लेकर एक बड़े अधिकारी का कॉल रेकॉर्ड भी किया गया है जो सिविल सर्विस कानून के खिलाफ है। यह विश्वास और प्राइवेसी का उल्लंघन है। सरकार की तरफ से जांगिड़ से सात दिनों के अंदर जवाब मांगा गया है।