MP का सियासी अखाड़ा : जानिए बीजेपी और सिंधिया की पूरी कहानी गृह मंत्री अमित शाह की चाणक्य नीति
नई दिल्ली : बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बेटे के रिसेप्शन में कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की कमलनाथ के खिलाफ बगावत की शुरुआत हुई थी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ज्योतिरादित्य को भाजपा के समर्थन को उसके तीन दिन बाद मंजूरी दी थी. मंगलवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पीएम मोदी और अमित शाह से मुलाकात के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया।
इसके साथ ही कांग्रेस के 21 विधायक ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. इससे मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार को बड़ा झटका लगा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के कुछ देर बाद ही उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
बताया जा रहा है कि सिंधिया जल्द ही भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं. वहीं उन्हें मोदी कैबिनेट में मंत्री पद भी दिया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में जेपी नड्डा के बेटे गिरिश के रिसेप्शन में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पार्टी नेताओं को सिंधिया के कमलनाथ के खिलाफ बगावती सुरों के बारे में जानकारी दी थी।
इसके साथ ही उन्होंने सिंधिया खेमे के विधायकों के बारे में भी भाजपा नेताओं को बताया. इस रिसेप्शन में पीएम मोदी भी शामिल हुए थे. तीन दिन अमित शाह ने सिंधिया की भाजपा में एंट्री को मंजूरी दे दी।
आपको बता दें, इससे कांग्रेस को जबरदस्त झटका है,कांग्रेस की नीद उड़ी हुई है पार्टी के प्रमुख युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया. सिंधिया के साथ ही उनके समर्थक पार्टी के 21 विधायकों के इस्तीफे से राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. कांग्रेस छोड़ने वाले 49 वर्षीय सिंधिया केंद्र में सत्तारूढ़
भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. उनकी दादी दिवंगत विजय राजे सिंधिया इसी पार्टी में थीं. ऐसी अटकले हैं कि सिंधिया को राज्यसभा का टिकट दिया जा सकता है और उन्हें केंद्रीय मंत्री बनाया जा सकता है. कांग्रेस ने पार्टी विरोधी गतिविधि के कारण पार्टी के महासचिव एवं पूर्ववर्ती ग्वालियर राजघराने के वंशज ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी से निष्कासित कर दिया।