![]() |
प्रतीकात्मक छवि
|
दमोह। जिले में आयोजित स्वदेशी अभियान दमोह की बैठकर में विदेशी वस्तुओं विशेषकर चीन से आयात होने वाली सामग्री के पूर्ण बहिष्कार का निर्णय लिया गया और आगामी रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सभी व्यापारी बंधुओं से आग्रह किया गया कि वह विदेश से आयातित किसी भी प्रकार के उपहार और चीनी राखी तथा अन्य सामग्री अपनी दुकान से विक्रय ना करें।
रक्षाबंधन पर्व पर बाजार / फ़ाइल फ़ोटो |
देश के समक्ष उपस्थित कोरोना के गंभीर संकट और सीमा पर उत्पन्न विषम परिस्थितियों के दृष्टिगत चीन के संपूर्ण बहिष्कार की अपील की गई है। सीमा पर हुए संघर्ष के बाद बड़े व्यापक स्तर पर जगह-जगह लोगों ने चीनी सामानों की होली जलाई और चीनी राष्ट्रपति का पुतला दहन किया। हजारों की संख्या में नगरों, तहसीलों और छोटे-छोटे कस्बों मे लोगों ने चीन और विदेशी वस्तुओं के विरोध तथा स्वदेशी वस्तुओं के समर्थन में ऑनलाइन हस्ताक्षर किए।
बैठक में कहा गया कि सीमा पर हमारे बलिदान हुए जवानों का बलिदान व्यर्थ ना जाए और उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु चीन से आयात होने वाले सभी प्रकार के सामग्री के बहिष्कार का आह्वान किया गया। हमारी मातृशक्ति से निवेदन किया गया कि वह स्थानीय स्तर पर राखी, रूमाल, मिष्ठान एवं त्योहारों में उपयोग होने वाले अन्य सामग्रियों का घर-घर निर्माण करें और स्वदेशी स्टाल लगवाकर यह सामग्री जो कि पूर्ण स्वदेशी और राष्ट्र स्वाभिमान को जागृत करने वाली है, उसका विक्रय करवाने की व्यवस्था की जाए।
दमोह न्यूज़ से जुड़ी अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक लाइक और ट्विटर पर फॉलो करें और हमें Google समाचार पर फॉलो करें।