झोलाछाप डॉक्टरों पर ज़िला प्रशासन कि बड़ी कारवाई क्लीनिको को किया गया सील
दमोह। कलेक्टर तरूण राठी एवं एसपी हेमंत चौहान के निर्देशन में शुक्रवार को बिना डिग्री के चल रहे क्लीनिको पर कार्रवाई की गई दोपहर पुलिस एवं प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शहर के कई झोलाछाप डॉक्टरों कि निजी अस्पतालों में पहुंच कर कार्यवाही करते हुए डिग्री और दस्तावेज ना मिलने पर मरीजों को तत्काल सरकारी हॉस्पिटल में भर्ती करा कर बॉटल इंजेक्शन और दवाइयां जप्त कर अस्पतालों को सीज करने की कार्रवाई की गई.
ये फर्जी डॉक्टर कोरोना महामारी में अस्पतालों में फर्जी तरीके से इलाज करते हुए पाए जाने पर एसडीएम दमोह राकेश मरकाम,सीएसपी अभिषेक तिवारी,शहरी विकास आवास अधिकारी कपिल खरे, स्वास्थ्य विभाग के साथ नगरपालिका का अमला मौजूद रहा,सीएसपी अभिषेक तिवारी ने बताया शहर के अस्पतालों में फर्जी तरीके से मरीजों का झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इलाज किया जा रहा था दवाइयां जप्त कर अस्पतालों में ताले डालकर सीज की कार्रवाई की गई है।
इस टीम में तहसील तेंदूखेड़ा में अनुविभागीय अधिकारी अंजलि द्विवेदी, तहसीलदार मोनिका बाघमारे, थाना प्रभारी सुषमा एवं मेडिकल की टीम द्वारा 5 क्लिनिकों की जांचकर कार्यवाही की गई।
कार्यवाही के दौरान 3 क्लिनिकों में डिग्री लाइसेंस नही होने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन नही होने से बंद कराया गया। प्राइवेट क्लिनिक में कमला प्रसाद अहिरवार सहजपुर 27 मील, एमएस ठाकुर वार्ड 9, जितेंद्र भदौरिया खाकरिया रोड को बंद कराया गया और एक दर्जन क्लिनिक पर जांच करके कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने तथा उचित दूरी बनाए रखने के लिए निर्देशित किया गया। इस दौरान 10 बिना मास्क के व्यक्तियों पर चालानी कार्यवाही की गई और एक किराना दुकान भी सील की गई।