एमपी में ब्लैक फंगस के कम से कम 700 मरीज,इंजेक्शन के 1910 यूनिट पहुंची
भोपाल। एमपी में कोरोना की तरह ही ब्लैक फंगस के केस धीरे-धीरे सामने आ रहे है। ब्लैक फंगस के साथ-साथ प्रदेश में वाइट फंगस के भी मामले सामने आए जिसके मरीज जबलपुर और ग्वालियर में मिले। एमपी सरकार ने ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया है। अब प्रदेश में इससे पीड़ति मरीजों की संख्या एक हजार के पार पहुंच गई है।
महामारी घोषित होने के बाद प्रदेश सरकार इस बीमारी से पीड़ित लोगों का आंकड़ा इकट्ठा करती है। इसके बाद प्रदेश में अभी तक ब्लैक फंगस के 1044 मरीज मिले हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार प्रदेश के पांच सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 700 ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है। महामारी घोषित होने के बाद दूसरे अस्पतालों से भी सरकार को आंकड़े मिल रहे हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। आज प्रदेश को 'Amphotericin' इंजेक्शन के 1,910 यूनिट की आपूर्ति हुई है। इन इंजेक्शन्स को वायुमार्ग द्वारा जबलपुर, ग्वालियर और सागर भेजा जा रहा है। pic.twitter.com/qh7wFkgxwR
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) May 27, 2021
इस बीच इसके इलाज में उपयोग होने वाले एमफोटेरीसिन इंजेक्शन के 1910 यूनिट मध्यप्रदेश पहुंची। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के जरिए लिखा है ‘मध्यप्रदेश सरकार ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। आज प्रदेश को एमफोटेरीसिन इंजेक्शन के 1910 यूनिट की आपूर्ति की गई है। इन इंजेक्शन को वायुमार्ग द्वारा जबलपुर , ग्वालियर और सागर भेजा जा रहा है।