एमपी में कोरोना मरीजों को निजी अस्पतालों में मिलेगा निशुल्क इलाज़, जानें इस योजना का कैसे मिलेगा लाभ
भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों के नि:शुल्क इलाज के लिए नई योजना लागू की जा रही है. इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के हर गरीब एवं आम आदमी एवं मध्यम वर्गीय परिवार के हर व्यक्ति को कोरोना का इलाज अनुबंधित निजी अस्पतालों में मुफ्त (Free) मिल सकेगा।
इसका ऐलान ख़ुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। मुख्यमंत्री ने अपने निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना नियंत्रण कोर ग्रुप की बैठक में कहा कि कोरेाना इलाज की योजना के क्रियान्वयन के लिए आयुष्मान भारत योजना पर निजी अस्पतालों को राज्य सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिया जाएगा सरकार निजी अस्पतालों (Private Hospitals) को कोविड इलाज के लिए अनुबंधित करेगी।
कलेक्टर के पास होगा अधिकार:
प्रदेश के समस्त जिले के निजी अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज मिल सके, इसके लिए कलेक्टरों को इसके अधिकार दिए गए हैं कि वे अपने जिले के निजी अस्पतालों को आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) के अंतर्गत अस्थायी रूप से संबद्ध कर सकेंगे। इससे इन सभी निजी अस्पतालों में, जहां वर्तमान में कोरोना का इलाज किया जा रहा है, इससे आयुष्मान कार्ड धारियों को कोरोना का नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा।
परिवार के एक सदस्य का कार्ड है, तो सभी को मिलेगा इलाज़:
सरकार ने निर्णय लिया है कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत यदि परिवार के एक सदस्य के पास आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) है, तो उसके परिवार के अन्य सदस्यों को भी नि:शुल्क उपचार की सुविधा मिल सकेगी. कोविड इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होने पर कलेक्टर उसका आयुष्मान कार्ड बनवाने की व्यवस्था करेंगे।
निजी अस्पताल कोविड का इलाज (Covid’s Treatment) इस योजना के अंतर्गत अच्छे तरीके से कर सकें, इसके लिए सरकार द्वारा आयुष्मान भारत पैकेज की दरों को 40 प्रतिशत बढ़ाया गया है. इन दरों में रूम रेंट, भोजन, जांचें, परामर्श शुल्क, पैरामेडिकल शुल्क आदि सभी शामिल हैं।
प्रदेश की 88 प्रतिशत जनसंख्या को मिलेगा लाभ:
प्रदेश में अभी तक आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 2 करोड़ 42 लाख कार्ड बनाए गए हैं, जिससे कुल 88 प्रतिशत जनसंख्या ही इससे कवर्ड हो रही है। इन सभी को राज्य शासन द्वारा निजी अनुबंधित अस्पतालों में कोरोना का निःशुल्क इलाज़ (Free Treatment) मिल सकेगा। प्रदेश में वर्तमान में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 328 निजी चिकित्सालय संबद्ध हैं, जिनमें 23 हजार 946 बेड्स उपलब्ध हैं। सरकार द्वारा 5 मई को आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत प्रदेश के 68 निजी चिकित्सालयों को अगले 3 महीने के लिये संबद्ध किया गया है।