उपचुनाव में हार के बाद अब भाजपा को 2023 के विधानसभा चुनाव की सता रही चिन्ता, पार्टी में गुप्तवार्ता का दौर जारी
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डा.नरोत्तम मिश्रा और प्रभात झा |
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव होने में अभी लगभग दो साल का वक्त है लेकिन भारतीय जनता पार्टी अभी से 2023 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई है। दरअसल प्रदेश के गृह व जेल मंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा दो दिन पहले अपने निवास पर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश के कद्दावर बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की बंद कमरे में लगभग एक घंटे बातचीत हुई।
चर्चाओ का माहौल अभी शांत नहीं हुआ था की बुधवार की सुबह अचानक नरोत्तम मिश्रा के निवास पर बीजेपी के दिग्गज नेता, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रह चुके प्रभात झा उनसे मिलने उनके घर पहुंचे। लगभग एक घंटे तक हुई इस मुलाकात का भी ब्यौरा तो बाहर नहीं आया लेकिन नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से ये जरूर कहा कि यह एक रूटीन मुलाकात थी। उसके कोई मायने नहीं लगाये जाने चाहिए। वहीं इस मुलाकात पर प्रभात झा ने कहा कि नरोत्तम मिश्रा ग्वालियर-चंबल संभाग के हैं और वे अक्सर उनसे मिलते रहते हैं।
कैलाश विजयवर्गीय की मुलाकात का दौर जारी:
नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) और कैलाश विजयवर्गीय के बीच हुई इस बैठक के बाद कई तरह के सियासी मायने निकाले गए। राजनीतिक गलियारों में चर्चा हुई कि पश्चिम बंगाल के चुनाव के बाद अब मध्य प्रदेश में विजयवर्गीय अपनी सक्रियता को बढ़ाने के साथ प्रदेश की सियासत के नए समीकरण को गिनने का काम कर रहे हैं। कैलाश विजयवर्गीय (Kailash Vijayvargiya) लगातर बीजेपी के कई अन्य नेताओं से भी मिल रहे हैं। हाल ही में उन्होंने केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल से भी मुलाकात की थी।
खबरों की मानें तो दमोह उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी के भीतर अच्छी खासी बेचैनी है और पार्टी का एक बड़ा वर्ग यह मानता है कि यदि इसी तरह की हालत रही तो 2023 के विधानसभा मे सत्ता की वापसी की राह कठिन होगी। इसके साथ ही प्रदेश मे खंडवा लोकसभा उपचुनाव के साथ साथ तीन विधानसभा उपचुनाव भी जल्द होने हैं। जिसको लेकर भी पार्टी अभी से रणनीति तैयार कर रही हैं।