दमोह में इनकम टैक्स की रेड में शराब-होटल कारोबारी के ठिकानों से जब्त किए गए करोड़ों रुपए

 

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INCOME TAX RAID IN DAMOH: दमोह के होटल और शराब कारोबारी शंकर राय और कमल राय के ठिकानों पर गुरुवार कि सुबह इनकम टैक्स विभाग ने ताबड़तोड़ कारवाई की। इनकम टैक्स के अधिकारियों ने करीब दोपहर 3 बजे नोट गिनने की मशीन और खाली पेटियां मंगवाई। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अधिकारियों के मुताबिक अब तक 6 करोड़ रुपए कैश मिले हैं जिन्हें जब्त किया गया है वहीं 3 करोड़ रुपए की राशि  उनके भाई संजय राय और ढाई करोड़ रुपए कमल राय के पास से मिले हैं बताया जा रहा है कि उन्होंने यह राशि पानी की टंकी के अंदर छिपा रखी थी। इसके अलावा सूद खोरी से जुड़े कागजाज भी जब्त किए गए हैं।


दूसरे के नाम पर चल रहे थे शराब के ठेके:


इनकम टैक्स अधिकारियों ने दस्तावेजों से यह पता चला है कि शराब के ठेके महेंद्र चौरसिया के नाम पर चलाए जा रहे हैं। दस्तावेजों में उसका नाम सामने आने के बाद शाम 7:30 बजे टीम के अधिकारियों ने उस युवक के फुटेरा मोहल्ला स्थित एक मकान और सवा लाख मानस पाठ स्थित दूसरे मकान पर दबिश दी। इन दोनों जगह पर जांच चल रही है। 


BJP-कांग्रेस दोनों पार्टी में हैं परिवार: 


राजा राय कांग्रेस में है, उनके पिता शंकर राय नगर पालिका के अध्यक्ष रहे हैं। जबकि उनके चाचा कमल राय बीजेपी नेता होने के साथ-साथ नगर पालिका के उपाध्यक्ष रहे हैं। आयकर विभाग की जबलपुर अपर आयुक्त मुनमुन शर्मा ने बताया कि इनकम टैक्स की टीम ने धारा 125 के तहत कार्रवाई की गई है।


इन धंधों से जुड़ी है फैमिली:


शंकर राय और कमल राय फैमिली (Shankar and kamal ray family) के होटल, शराब (Liquor businessman), बस ट्रांसपोर्ट के अलावा भी और कई धंधे हैं। IT की टीम ने टैक्स चोरी की आशंका के चलते ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। हालांकि, अभी तक आयकर विभाग का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।


आपको बता दें कि दमोह के राय ब्रदर्स पर आयकर विभाग को नोट भरने के लिए बड़े बक्से और गिनने के लिए मशीनें मंगानी पड़ी. आईटी अधिकारी उन दस्तावेजों को खंगाल रहे हैं, जिनमें आबकारी की दुकानें विभिन्न व्यक्तियों के नाम पर दर्ज हैं. इसी तरह का एक मामला भी सामने आया है जिसमें महेंद्र चौरसिया नाम का एक व्यक्ति जो कि मां वैष्णो देवी बस सर्विस में कंडक्टर है उसके नाम पर तीन शराब दुकानें एलॉट पाई गई हैं। हालांकि महेंद्र चौरसिया इनकम टैक्स अधिकारियों के हाथ नहीं लगा. एक अधिकारी के मुताबिक छापामार कार्रवाई में कितना कैश मिला है इसकी जानकारी गिनती पूरी होने के बाद ही दी जा सकेगी. अब तक करीब 5 करोड़ रुपए से अधिक कैश मिलने की पुख्ता बात सामने आई है। कार्रवाई अभी जारी है अधिकारी ने बताया कि नोट गिनने के लिए 6 मशीन और कैश रखने के लिए तीन बड़ी पेटियां मंगाई गई हैं. इसके अलावा छापेमारी में बेनामी संपत्ति के कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।


स्थानीय लोगों के मुताबिक सुबह करीब 5:00 बजे 50 से अधिक गाड़ियों में आए 200 से अधिक अधिकारी कर्मचारियों ने विभिन्न प्रतिष्ठानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की. अल सुबह हुई छापेमारी से राय परिवार ने विरोध भी दर्ज कराया है.


परिवार ने नोटों की गड्डी में लगाई आग :


वित्त मंत्रालय के आयकर विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की टीम की कार्रवाई से खफा राय परिवार ने नोटों की गड्डी में आग लगा दी. जिसकी जानकारी लगते ही पुलिस अधीक्षक डीआर तेनीवार, सहित पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. हालांकि कार्रवाई के दौरान इनकम टैक्स के अधिकारियों ने कुछ भी कहने से फिलहाल इनकार किया है. उनका कहना है कि कार्रवाई जारी है. कार्रवाई पूरी होने के बाद ही बताया जा सकेगा कि इनकम टैक्स चोरी या अनुपात हीन संपत्ति का क्या मामला सामने आता है।


समर्थकों को अंदर जाने से पुलिस ने रोका वहीं परिवार के लोग बार-बार कार्रवाई का विरोध जताते रहे हैं. सूचना मिलने पर राय परिवार के कई शुभचिंतक एवं समर्थक भी मौके पर पहुंच गए हैं हालांकि, विभागीय अधिकारियों ने किसी को भी छापेमारी वाले ठिकानों पर एंट्री नहीं दी है. कार्रवाई देखने के लिए आसपास लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है. परंतु पुलिस ने उन्हें अलग कर दिया।




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