दमोह । राज्य शासन की पहल पर मनरेगा योजनांतर्गत जो लोग पलायन कर गए थे, अब (Covid-19) के कारण अपना गांव ही उनके लिए आश्रय है, आजीविका और परिवार की सुरक्षा का साधन बना हुआ है।
आज घर की अहमियत उन्हें समझ आयी है और वापिस अपने घर आये। जिले से भविष्य में पलायन रोकने के लिए सीईओ जिला पंचायत डॉ गिरीश मिश्रा ने तुरंत कार्यवाही करते हुए बाहर से आये ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों के लिए मनरेगा योजना से जॉबकार्ड बनाने के निर्देश जिले के सभी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को दिये गये थे।
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सीईओ जिला पंचायत डॉ गिरीश मिश्रा ने कहा है जो बुजुर्ग है उनकी स्वास्थ्य और सुरक्षा तथा ऐसे सभी परिवार के लिये भोजन, खाद्यान्न, सुरक्षा, चिकित्सा की भी जानकारी रखी जाये। इन सभी की समीक्षा लगातार टीमों के माध्यम से की जा रही है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा सर्वे अनुसार लगभग 11358 मजदूरों के जॉबकार्ड ग्रामीणों के पास उपलब्ध है, इसी प्रकार 4195 परिवार ऐसे है जिनके पास जॉबकार्ड उपलब्ध नहीं है, उन ग्रामीण परिवारो के लिये जॉबकार्ड तत्काल उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही की जा रही है।